अल्मोड़ा। उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ ने अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर शनिवार को गांधी पार्क चौघानपाटा में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि राज्य और जनपद स्तर पर कार्मिकों एवं शिक्षकों से संबंधित कई मामलों का निस्तारण नहीं हो रहा है, जिससे कर्मचारियों में गहरा असंतोष व्याप्त है। धरना स्थल से मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में संघ ने प्रमुख मांगें उठाई हैं। इनमें गोल्डन कार्ड की विसंगतियों को दूर करने, सीजीएचएस के तहत लंबित भुगतान करने, फारगी नियमावली में सुधार, सेवारत शिक्षकों के लिए टीईटी की अनिवार्यता समाप्त करने और स्थानांतरण एक्ट का प्रभावी क्रियान्वयन शामिल है। इसके अलावा अशासकीय विद्यालयों में नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ करने, जिला स्तर पर लंबित प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण करने तथा समायोजित बेसिक शिक्षकों से जुड़े मामलों का समाधान करने की मांग की गई है। संगठन ने विद्यालयों में शासकीय और अशासकीय प्रधानाचार्य एवं प्रवक्ताओं के रिक्त पदों पर पदोन्नति, विभिन्न विभागों में खाली पदों पर नियुक्ति, चतुर्थ श्रेणी पदों का सृजन तथा पति-पत्नी में से एक के राजकीय सेवा और दूसरे के अशासकीय विद्यालय में कार्यरत होने की स्थिति में धारा 27 का लाभ दिए जाने की मांग भी उठाई। धरना प्रदर्शन में धीरेंद्र कुमार पाठक, डॉक्टर मनोज कुमार जोशी, दिगंबर फूलोरिया, संजय कुमार जोशी, कैलाश चंद्र उपाध्याय, तारा सिंह बिष्ट, दीपक तिवारी, गोकुल मेहता और गणेश भंडारी सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
12 सूत्री मांगों को लेकर उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ का धरना

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