19 नवंबर 2025 को कुमाऊं के एनटीडी में वन पंचायत सरपंचों और सचिवों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यक्रम का आयोजन वन प्रशिक्षण संस्थान हल्द्वानी की निदेशक डॉ. तेजस्वानी पाटिल और सीएफ नॉर्थ कुमाऊं श्री सी एस जोशी के मार्गदर्शन में किया गया, जबकि इसका नेतृत्व श्री प्रदीप धौलाखंडी, डीएफओ सिविल सोयम अल्मोड़ा और श्री सूरज तिवारी, डीडी एफटीआई ने किया।
कार्यशाला के दौरान श्री प्रदीप धौलाखंडी ने वन अग्नि प्रबंधन और महत्वपूर्ण जल स्रोतों (धारा/नौला) के संरक्षण पर अपने अनुभव साझा किए। इस अवसर पर UCOST के एमेरिटस वैज्ञानिक डॉ. जीसीएस नेगी ने गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में अपनी कीमती राय दी, वहीं गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. ए. के. सहानी ने एक विशेष अतिथि के रूप में वन पंचायतों के भीतर आजीविका सृजन पर अपना मार्गदर्शन प्रदान किया।
कार्यक्रम में 60 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें सरपंचों और वन अधिकारियों का समावेश था। इस कार्यशाला में वन पंचायत “Niymawali 2024” पर विस्तृत चर्चा भी की गई, जो आगामी वन पंचायतों के विकास और प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।
यह कार्यशाला वन पंचायतों के सरपंचों और सचिवों को पर्यावरण संरक्षण और वन संसाधनों के प्रबंधन के महत्व को समझाने में सहायक सिद्ध हुई।
