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आउटसोर्स से घोषणापत्र बनाने वाली कांग्रेस हुई बेनकाब: भट्ट

देहरादून(आरएनएस)।  भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस पर आउटसोर्स से घोषणा पत्र बनाने का आरोप लगाया। कहा कि कांग्रेस का असली चेहरा बेनकाब हो चुका है और सनातन विरोधी संकल्पों को सार्वजनिक करने से डर रही है। मीडिया को जारी बयान में भट्ट ने कहा कि कांग्रेस ने सामाजिक आर्थिक सर्वे के आधार पर देश लूटने का हिडन एजेंडा अपने न्याय पत्र में लिया है, जिसकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोल खोल दी है। यही वजह है कि दिल्ली से लेकर देहरादून तक सभी कांग्रेसी नेताओं के लिए जनता के सामने मुंह दिखाना मुश्किल हो गया है। आरोप लगाया कि कांग्रेस में वैचारिक शून्यता इस कदर हो गई है कि वे वामपंथियों से अपना घोषणापत्र बनवाते हैं। इतना ही नहीं, घोषणापत्र में सामाजिक आर्थिक सर्वे की बात करते हैं और उसे सार्वजनिक रूप से स्वीकारने में भी डरते हैं।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस बयान को याद दिलाते हुए कांग्रेस नेताओं से पूछा कि संसाधनों पर मुस्लिम अल्पसंख्यकों का पहले अधिकार के वादे से कांग्रेस इनकार कर सकती है? क्या कांग्रेस सीएए को वापस लेकर घुसपैठियों को संरक्षण नहीं देना चाहती है? जनता बखूबी जानती है कि कांग्रेस अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की नीति पर चलती आई है। आज फर्क सिर्फ इतना आया है कि अब वे यह सब वे बंद कमरों और घोषणापत्रों की भाषा में छिपकर करते हैं।
भट्ट ने कहा कि सनातन की संपति पर सरकारी अधिकार का ताजा उदाहरण तो कर्नाटक है, जहां मंदिरों के चढ़ावे पर 10 फीसदी टैक्स के रूप में कटमनी लेने की नीति पर कांग्रेस सरकार काम कर रही है। इसी तरह तमिलनाडु में मठ मंदिरों के प्रबंधन पर सरकार काबिज है। वहीं केरल में मंदिरों में भगवा रंग के इस्तेमाल पर वहां की कम्यूनिस्ट सरकार को आपत्ति हो जाती है।