अल्मोड़ा। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान खटीमा, मसूरी और मुजफ्फरनगर में हुए दमन और गोलीकांड में शहीद हुए आंदोलनकारियों की स्मृति में सोमवार को गांधी पार्क में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। भारी बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शिरकत कर शहीदों को नमन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी की केंद्रीय उपाध्यक्ष आनंदी वर्मा ने की, जबकि संचालन एडवोकेट नारायण आर्य ने किया। सभा को संबोधित करते हुए उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि राज्य गठन के 25 वर्षों में सत्ता में रही सरकारों ने उत्तराखंड की अवधारणा, अस्मिता और प्राकृतिक संसाधनों को गहरा नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली की कठपुतली सरकारों ने पूंजीपतियों और माफियाओं को संरक्षण देकर जल, जंगल और जमीन की लूट को बढ़ावा दिया, जबकि विकास के नाम पर अपनाई गई नीतियों ने राज्य को विनाश के कगार पर ला खड़ा किया है। तिवारी ने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार ने युवाओं को ठेका और मानदेय पर निर्भर रहने को मजबूर कर दिया है। सभा में वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि शहीदों का सपना सिर्फ राज्य निर्माण नहीं, बल्कि न्यायपूर्ण, समावेशी और स्वाभिमानी उत्तराखंड की स्थापना था। सभा में एडवोकेट विनोद जोशी, विनोद तिवारी, सोनी मेहता, भावना पांडे और ममता जोशी सहित अन्य वक्ताओं ने उत्तराखंड की सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियों पर अपने विचार रखे। सभा को आनंदी वर्मा, एडवोकेट नारायण राम, एडवोकेट विनोद चंद्र तिवारी, डॉक्टर जे. सी. दुर्गापाल, प्रेम चंद्र, ममता जोशी, चिंतामणि भट्ट, उछास की नीमा आर्या, सोनी मेहता और हेमा ने संबोधित किया।
उत्तराखंड राज्य आंदोलन के शहीदों की याद में श्रद्धांजलि सभा आयोजित

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