अल्मोड़ा। बिनसर वन्यजीव विहार से सटे सुनौली, बीना, हड़ोली और भैंसोड़ी गांव के किसानों की मेहनत पर इन दिनों जंगली सूअर पानी फेर रहे हैं। इस वर्ष अच्छी बारिश के कारण फसलें उम्दा हुईं, लेकिन रात के समय झुंड में आने वाले सूअर धान, मंडुवा और गडेरी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि परेशान किसान समय से पहले ही कच्ची फसल काटने को मजबूर हो गए हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर वनकर्मियों ने सुनौली और बीना गांव का दौरा कर नुकसान का निरीक्षण किया। इस दौरान ग्रामीणों ने वन अधिकारियों से मांग की कि ट्रेंड शिकारियों की मदद से सूअरों पर नियंत्रण किया जाए, कृषि भूमि की घेराबंदी की व्यवस्था हो, फसल नुकसान की मुआवजा राशि बढ़ाई जाए और वनीकरण में कम से कम पचास प्रतिशत फलदार पौधे लगाए जाएं। साथ ही उन्होंने कहा कि विधायक और सांसद निधि का न्यूनतम पचास प्रतिशत हिस्सा कृषि और बागवानी के विकास पर खर्च किया जाना चाहिए। लोक प्रबंध विकास संस्था के संचालक ईश्वर जोशी ने बताया कि इन मांगों को लेकर एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा गया है। निरीक्षण के दौरान वन दरोगा हरेंद्र सतवाल, वन बीट अधिकारी करन धामी, मोहन सिंह धामी, रोशन सिंह, ईश्वर जोशी, ग्राम प्रधान पूजा भाकुनी, संसाधन पंचायत सुनौली की किरन भाकुनी, पूरन सिंह, संतोषी और रमेश राम सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।
बिनसर के गांवों में जंगली सूअरों का आतंक, फसल कर रहे चौपट

Leave a Reply