अल्मोड़ा। विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में गुरुवार को ‘राज्य से संबंधित प्राथमिकताएं – कृषि शोध योग्य मुद्दे एवं रोडमैप’’ विषय पर परामर्श बैठक आयोजित हुई। इस दौरान 3 से 18 अक्टूबर तक होने वाले विकसित कृषि संकल्प अभियान की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। बैठक में निदेशक डॉ. लक्ष्मी कांत ने स्वागत किया और मुख्य अतिथि डॉ. एस. पी. दास, निदेशक, भाकृअनुप-आर्किड अनुसंधान केंद्र, सिक्किम ने पुष्प उत्पादन को किसानों की आयवृद्धि का साधन बताया। डॉ. अमित पांडे ने मत्स्य पालन, डॉ. ए. एस. नैन ने सोलर घेरबाड़, भूमि चकबंदी और कृषि विविधिकरण की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ. रमेश सिंह नितवाल ने पशुपालन को कृषि से जोड़ने की जरूरत बताई, जबकि पी. के. सिंह ने कम अवधि वाली फसल प्रजातियों पर शोध की बात कही। अविनाश सिंह ने ट्राउट मत्स्य उत्पादन, संजय काला ने रेशम परियोजनाओं और निपेंद्र चौहान ने सुगंधित पौधों को जंगली जानवरों से बचाव का विकल्प बताया। बैठक में बागवानी, पशुधन, जंगली जानवरों से फसलों की रक्षा, कृषि विविधिकरण और हिमालय संरक्षण जैसे मुद्दों पर विशेषज्ञों ने सुझाव रखे। अंत में डॉ. लक्ष्मी कांत ने प्राप्त विचारों के आधार पर भविष्य का रोडमैप प्रस्तुत किया।
कृषि शोध योग्य मुद्दों और रोडमैप पर वीपीकेएएस में हुई परामर्श बैठक

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