अल्मोड़ा/द्वाराहाट: अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट की एथलीट गरिमा जोशी की कहानी एक प्रतिभावान खिलाड़ी से भी ज़्यादा मजबूत इरादे और मुश्किलों को हराकर जीत की तैयारी की कहानी है। इसी कहानी को आगे बढ़ाने के लिए गरिमा एक बार फिर से फतह हासिल करने के लिए मैदान में उतर चुकी है। अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट के ग्राम पंचायत छतगुल्ला निवासी गरिमा जोशी भारत की ओर से पैरा एथलीट प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए इटली रवाना हो गई है। उनके पिता पूरन जोशी ने यह जानकारी दी है। गरिमा के इटली रवाना होने की सूचना से ही उनके गांव द्वाराहाट में खुशी का माहौल है, लोग उन्हें बेहतर प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दे रहे हैं। आपको बता दें कि गरिमा का खेल का सफर 2013 से शुरु हुआ था जब उसने 2013 में देहरादून में आयोजित मैराथन में तीसरा स्थान पाया था, इसके बाद 2014 में उसने नेशनल गेम्स का हिस्सा लिया और 2015 में नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप भी खेली। गरिमा की प्रतिभा और हिम्मत को राज्य सरकार ने ‘बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओ’ अभियान में उसकी तस्वीर लगाकर सम्मान दिया। मई 2018 तक गरिमा कई पदक जीत चुकी थी लेकिन 31 मई 2018 को बेंगलुरु में प्रैक्टिस के दौरान जो एक्सीडेंट हुआ उसने उसकी जिंदगी को नई राह पर डाल दिया। गरिमा दिव्यांग हो गई लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और अब पैरा ओलंपिक में देश को मेडल दिलाने के लिए तैयारी कर रही है। गरिमा के पिता पूरन जोशी ने बताया कि गरिमा यहां भाला, चक्का, गोलाफेंक के पैरागेम्स में प्रतिभाग करेगी। उम्मीद है कि यहीं उनका पैरा ओलंपियन में पंजीकृत भी हो जाएगा। इस सूचना के बाद लोग उत्साहित हैं और सोशल मीडिया पर ही उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार 7, 8 व 9 मई 2022 को गेम्स होने हैं। गरिमा अभी पंजाब में रह रही है वहीं पैराओलंपिक की तैयारी करते हुए पढ़ाई भी कर रही है।
(रिपोर्ट: मनीष नेगी, द्वाराहाट)