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वनाग्नि की सूचना समय पर नहीं देने पर बीट अधिकारी की जवाबदेही होगी तय

पौड़ी(आरएनएस)।  वनाग्नि रोकथाम तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बैठक लेते हुए अफसरों को वनाग्नि के प्रति जागरूकता को लेकर जनपद भर में अभियान चलाने के निर्देश दिए। कहा कि वनाग्नि की सूचना समय पर कंट्रोल रूम तक नहीं पहुंचाने पर संबंधित बीट अधिकारी की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। वनाग्नि रोकथाम संबंधित बैठक में डीएम ने खंड विकास अधिकारियों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों व संबंधित विभागाध्यक्षों को वनाग्नि के प्रति व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। डीएम ने वन विभाग के अफसरों को सात दिन में वनाग्नि की दृष्टि से चिन्हित 47 संवेदनशील स्थलों की माइक्रो लेवल प्लान प्रस्तुत करने को कहा। कहा कि वन विभाग के संबंधित फॉरेस्ट गार्ड द्वारा यदि सैटेलाइट इमेज प्राप्त होने से पहले वनाग्नि की सूचना नहीं दी जाती है तो ऐसी स्थिति में संबंधित क्षेत्र के फॉरेस्ट गार्ड, बीट अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। वनाग्नि के दौरान ड्रोन के सदुपयोग को लेकर जिलाधिकारी ने आपदा व वन विभाग के ड्रोन ऑपरेटरों को प्रशिक्षित करने के निर्देश भी दिए। डीएम ने शिक्षा व वन विभाग को वनाग्नि के दृष्टिगत जंगल से सटे वाले स्कूलों की सूची बनाने, वनाग्नि की रोकथाम के लिए शीतलाखेत मॉडल नासा के रिसर्च डेटा पर वन विभाग द्वारा अब तक किए गए कार्यों की रिपोर्ट देने को कहा। बैठक में डीएफओ सिविल एवं सोयम पवन सिंह, एसडीओ वन विभाग आयषा बिष्ट, एसडीएम धुमाकोट रेखा आर्य, प्रशिक्षु पीसीएस कृष्णा त्रिपाठी आदि शामिल रहे।