विकासनगर(आरएनएस)। सहसपुर ग्राम पंचायत का कूड़ा आसन नदी किनारे डाला जा रहा है, जिससे पछुवादून की जीवनदायिनी आसन प्रदूषित हो रही है। इसके साथ ही नदी किनारे कबाड़ के गोदाम भी बनाए गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि आसन नदी को प्रदूषित करने में कबाड़ के गोदाम भी बड़ा कारण साबित हो रहे हैं। पछुवादून की आधी से अधिक आबादी की पेयजल आपूर्ति आसन नदी से होती है। इसके साथ ही हजारों बीघा जमीन को आसन से ही सिंचाई का पानी मिलता है। लेकिन इस नदी को प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए कोई संजीदा नहीं दिखाई दे रहा है। सहसपुर ग्राम पंचायत का कूड़ा आसन में डाला जा रहा है, जिससे नदी अब कूड़े के ढ़ेर में तब्दील होने लगी है। सहसपुर के पूर्व प्रधान सुंदर थापा, संकटेश्वर प्रसाद, तरुण बिष्ट, नरेंद्र कुमार ने बताया कि नदी में फैली गंदगी से लोग नदी के पानी से हाथ-मुंह धोने से भी परहेज करने लगे हैं। कहा कि ब्लॉक मुख्यालय का गांव होने कारण अधिकतर जिम्मेदारों के कार्यालय इसी पंचातय में हैं, बावजूद इसके आसन को प्रदूषित होने से बचाने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। ग्रामीणों ने कहा कि शीशमबाड़ा वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में सहसपुर पंचायत के कूड़ा निस्तारण की अनुमति दी जानी चाहिए, जिससे गांव का कूड़ा नदी में डालने से रोका जा सके। उधर, ब्लॉक प्रमुख रेखा नेगी ने बताया कि ग्राम पंचायतों का कूड़ा निस्तारण शीशमबाड़ा वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में किए जाने की अनुमति देने के लिए नगर निगम को प्रस्ताव भेजा गया है।
सहसपुर पंचायत का कूड़ा आसन नदी को कर रहा प्रदूषित
